आपके नन्हें मुन्ने के जीवन के कुछ शुरुआती सप्ताह में आपके भावी संबंध की नींव तैयार होती है । इन कुछ सप्ताहों में आपको लग सकता है कि आपका नवजात शिशु सोने और खाने के अलावा और कुछ ख़ास नहीं करता है । लेकिन किसी गलतफ़हमी में ना रहें, बहुत कुछ हो रहा होता है!
1. नौसिखियों के लिए संबंध निर्माण हेतु सुझाव
एक बात तो यह है कि आपका शिशु अपनी ज़रूरत के हिसाब से आप पर निर्भर होना सीख रहा है ।शिशु में इस सुरक्षा और विश्वास की भावना को विकसित करना माता-पिता द्वारा अपने शिशु को दिया गया सबसे अद्भुत उपहार होता है। माता-पिता और शिशु का सच्चा संबंध दिन प्रतिदिन की देखभाल से ही विकसित होता है ।समय के साथ आप अपने शिशु को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और उसके साथ समय बिताने से आपको आनंद मिलेगा । पहली मुस्कान और पहली बार रेंगने जैसी कई अभूतपूर्व चीज़ें होंगीं, जिनसे आपके मन प्यार और आनंद से सराबोर हो जाएगा ।
2.नींद , संबंध, नींद, संबंध
सोते समय सभी नवजात शिशु गहरी निद्रा में मग्न दिखाई देते हैं! उन्हें बहुत नींद आती है, हर बार दो से पांच घंटों की अवधि के लिए वे रोज़ाना बारह से सोलह घंटे सोते हैं । यहां तक कि जागे हुए नवजात शिशु की आँखें भी बंद हो सकती हैं वे एक समय में महज़ छह से दस मिनट तक ही पूर्ण रूप से सजग रह सकते हैं । सजगता के इन अंतरालों का लाभ उठाकर आप उसे आलिंगन में लेकर, गाना गाकर या एकतरफा बातचीत कर शिशु से अपना संबंध मज़बूत कर सकते हैं ।
3.ध्यान से देखें
नवजात शिशु क्या देखते हैं?वे बहुत ज़्यादा नहीं देख पाते हैं क्योंकि उन्हें केवल नज़दीक से ठीक दिखाई देने के कारण वे अपने सामने आठ से दस इंच की दूरी तक ही सर्वाधिक अच्छी तरह से देख पाते हैं - यानी अपने से सिर्फ बाहों मेंझुलाती मां के चेहरे की दूरी तक। उनकी परिधीय दृष्टि अभी तक विकसित नहीं हुई होती है और शिशु का दृश्य क्षेत्र व्यस्क के मुकाबले में एक-तिहाई होता है । इसके बावजूद बच्चे आरेख (पैटर्न) और चमकदार रंग देखना पसंद करते हैं । चमकता लाल रंग शिशुओं में सर्वाधिक उत्सुकता पैदा करता है, और चटक लाल रंग उनके लिए सर्वोत्तम है ।दूसरी तरफ पेस्टल या हल्के रंग शिशु को धुंधले प्रतीत होते हैं, इसलिए शिशु पालन कक्ष (नर्सरी) को घर का सबसे रंगीन कमराबनाना समझदारी का काम है ।
पालने में लेटा आपका नवजात शिशु पहले पहल केवल एक तरफ या दूसरी तरफ देखता है । इसलिए पालने के उस ओर एक रंगीन मोबाइल लटका दें, जहां से यह शिशु को नज़र आता हो ।
यदयपि पेशेवर व्यक्ति को सामान्यत शिशुओं के बारे में बहुत कुछ पता होता है, किन्तु जैसे आप प्रतिदिन अपने शिशु को निहारते, पकड़ते, खिलाते और प्यार करते हैं, तो आप विशेषतया अपने शिशु के विषय सबसे अच्छे विशेषज्ञ बनजाएंगे । आपके शिशु को किस स्तर की नींद, प्रोत्साहन और गतिविधि की ज़रूरत है और वह उसे पसंद करता/ करती है, इसे आप केवल गहन अवलोकन और थोड़े प्रयोग करके ही समझ सकते हैं ।
4.और अधिक चीज़ों की तैयारी
नवजात शिशु आंतरिक उत्तेजना के प्रति भी संवेदनशील होते हैं । आप अपने बच्चे को रूं-रूं करते, मुंह बनाते हुए और मुस्कुराते हुए देख सकते हैं । वास्तव में आपके शिशु की आंतरिक प्रणाली अपने काम में व्यस्त है । यही वो समय हैजब आपको इन प्यारी और आकर्षक अभिव्यक्तियों को अपने कैमरे में क़ैद करना चाहिए ।
निस्संदेह जब भी आपके मन में अपने शिशु की उचित देखभाल के बारे में कोई संदेह हो तो अपने डॉक्टर से अवश्य परामर्श लें ।
अधिक जानकारी के लिए देखें नवजात का विकास या शिशु की देखभाल